शिशुओँ की मालिश – 5 अद्भुत सुझाव
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शिशुओँ की मालिश के बारे में आपके मन में अनेक तरह के प्रश्न और संदेह होंगे जैसे “क्या मैं अपने बच्चे को मालिश कर सकती हूँ?” या “ मुझे शिशु की मालिश किस तरह करनी चाहिए ? क्या यह सुरक्षित है?” या ” बच्चे को मालिश कब और कैसे शुरू कर सकते हैं ” या ” मालिश करने के लिए सबसे अच्छा तेल कौन सा है” ? आपके इन सारे प्रश्नों के उत्तर के लिए इस लेख को पढ़िए – शिशुओँ की मालिश – 5 अद्भुत सुझाव |
शिशुओँ की मालिश – 5 अद्भुत सुझाव
शिशुओँ की मालिश के क्या लाभ हैं ? शिशुओँ की मालिश करने के कारण क्या हैं ? उनके फायदे क्या हैं?
- नवजात शिशुओँ की त्वचा को पर्यावरण से निपटने में मदद मिलती है | शिशुओँ की त्वचा बहुत नाज़ुक होति है क्यूंकि त्वचा जन्म के समय अविकसित होति है और इसे ठीक होने में कम से कम 15 दिन चाहिए। मालिश से नवजात त्वचा की बाहरी वातावरण से निपटने में मदद मिलती है और वे मालिश से संरक्षित महसूस करते हैं ।
- शिशुओँ को शांत करने के लिए : जब बच्चे को मालिश देते हैं, तो ये केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (central nervous system) को उत्तेजित करता है| कॉर्टिसोल नामक तनाव लाने वाले हार्मोन के स्तर को कम करता है। जिससे बच्चे शांत रहते है|
- शारीरिक वृद्धि को बढ़ाने के लिए: शिशुओँ की मालिश से रक्त परिसंचरण होता है, वज़न बढाने में उत्तेजक बनता है| बच्चे के विकास और तरक्की में सुधार लाता है और संपूर्ण लाभ प्रदान करता है।
- मां और बच्चे के बीच मधुर बंधन बनाने के लिए: गर्भ में नौ लंबे महीनों तक रहने के बाद, एक बच्चा मां के साथ सुरक्षित महसूस करता है | बच्चे और मां के बीच त्वचा के संपर्क से एक बंधन पैदा करने में मदद मिलता है। बच्चे को माँ का प्यार और ममता ज़ाहिर करने का सबसे बढिया तरीका मालिश है|
शिशुओँ की मालिश – 5 अद्भुत सुझाव
एक बच्चे को मालिश करने के लिए अनुराग और प्यार होना बहुत ज़रूरी है| शिशुओँ की मालिश देने के लिए बहुत धीरज और देखभाल की ज़रूरत होती है| मजबूत हड्डियों के लिए, स्वस्थ मांसपेशियों और शारीरिक वृद्धि को बढ़ाने के लिए शिशुओँ की मालिश महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। शिशुओँ की मालिश शुरू करने के लिए हमने नीचे इस लेख में 5 अद्भुत आसान सुझाव दिए हैं|
शिशुओँ की मालिश करने के लिए कौन सा तेल सबसे अच्छा है ? शिशुओँ की मालिश के लिए तेल कैसे चुनना चाहिए ?
शिशुओँ की मालिश के लिए सही मालिश तेल चुनना अधिक महत्वपूर्ण है, अपने बच्चे की त्वचा और संवेदनशीलता के अनुसार मालिश तेल चुनें | कुछ तेल आसानी से बच्चे की त्वचा के द्वारा अवशोषित (absorb) हो जाते हैं, जबकि कुछ तेल ज्यादा समय लेते है। शिशु की मालिश के लिए सबसे लोकप्रिय तेल में से कुछ नारियल तेल, सरसों का तेल, जैतून का तेल आदि है।
यहां हमारी कुछ सिफारिशें हैं:
2. शिशुओँ की मालिश घर पर कैसे करें ?
अपने बच्चे को एक तौलिया या अपनी गोद में सुला के अपनी उंगलियों के साथ लंबे और कोमल स्ट्रोक का उपयोग करके मालिश करें। मालिश शिशु के सिर से शुरू करे फिर शरीर के अन्य भागों और नीचे की ओर बढे। कंधों से शुरु करते हुए नीचे कलाई की ओर, फिर पीट से टखने(ankle) तक मालिश करें | टखने से जांघ तक और कूल्हे (hip) की मसाज करे | पेट की मालिश गोल गति से मालिश करे |
3 शिशुओँ की मालिश करने का सबसे अच्छा समय कौनसा है?
हर दिन नियमित समय रखें सबसे पहले एक समय चुनने की कोशिश करें जो आपके बच्चे के दूध देने के बाद के बीच का समय हो ताकि बच्चा न तो बहुत थका हो और न ही भूखा हो । शिशुओं को दिनचर्या पसंद है, इसलिए यदि आप हर रोज एक ही समय में मसाज करते हैं तो वे अधिक सुरक्षित और खुश महसूस करेंगे।
4. मालिश करने के लिए कैसी जगह चुनना चाहिए ?
शिशुओँ की मालिश करने के लिए एक शांत और आरामदायक जगह चुने । बच्चे को इस तरह रखें ताकि वह माँ के चेहरे को स्पष्ट रूप से देख सकें। ध्यान रखे कि जगह गर्म हो और बहुत उज्जवल प्रकाश न हो | उस समय करें जब बच्चा शांत और अच्छी तरह से विश्रामित हो | यह माँ के लिए भी आरामदायक समय होना चाहिए |
5. क्या चिडचिडे बच्चे को शांत करने में मालिश मदद कर सकता हैं?
मालिश करने से बच्चे को शांत कर सकते हैं और रोना भी कम कर सकते है। मालिश से माँ और बच्चे में ऑक्सीटोसिन हार्मोन(oxytocin harmone) उत्पादित होता है, जो आपके बच्चे को शांत और आराम महसूस कराता है।
शिशुओँ की मालिश के बारे में गलत बातें (myth)
माता-पिता को मालिश के बारे में विभिन्न स्रोतों से आवश्यकता से ज्यादा सुझाव मिलतें है | लेकिन कई बार यह गलत भी हो सकता है। सच्चाई क्या है यह जानना बहुत महत्वपूर्ण है ।
मिथक 1: शिशुओँ केलिए तेल मालिश महत्वपूर्ण नहीं हैं |
सच्चाई: यह सच नहीं है, बच्चे के लिए तेल मालिश बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह न केवल उनके शरीर को आराम देता है बल्कि रक्त परिसंचरण में सुधार भी करता है, हड्डियों को मजबूत करता है और जोड़ों की गति में सुधार होता है। इसलिए शिशुओँ केलिए तेल मालिश ज़रुरी है|
मिथक 2: शिशु की मालिश का कारण उनकी हड्डियों को सीधा करना है|
सच्चाई: यह गलत कल्पना है| मालिश हड्डियों को सीधा नहीं करता है, लेकिन यह हड्डियों को मजबूत करने में मदद करता है और मांसपेशियों को भी मजबूत बनाता है|
मिथक 3: मसाजकरने वाले के द्वारा तेल मालिश परिणामकारी हैं
सच्चाई: यह सच है कि उन्हें मालिश करने का अनुभव होता है, लेकिन अनुभवहीन लोगों द्वारा मालिश बच्चे को खासकर अगर मालिश बहुत दबाव के साथ किया जाता है तो चोट पहुंच सकती हैं|
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